संसार में राजा-रानी के
किरदार निभाए जाते हैं
माटी के घरौंदे हैं लेकिन
सब महल बताए जाते हैं।
अवसर था वो बीत गया
मधुघट तेरा रीत गया
लो मौत खड़ी है द्वारे पे
अब क्यूं पछताए जाते हैं।
किरदार निभाए जाते हैं
माटी के घरौंदे हैं लेकिन
सब महल बताए जाते हैं।
अवसर था वो बीत गया
मधुघट तेरा रीत गया
लो मौत खड़ी है द्वारे पे
अब क्यूं पछताए जाते हैं।
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